भाजपा विधायक साधना सिंह का बयान दलित विरोधी, महिला विरोधी तो है ही साथ ही ट्रांस जेन्डर का भी अपमान है

भाजपा नेता की अश्लील टिप्पणी पर ऐपवा का बयान- माफी काफी नहीं,  कार्रवाई हो
वाराणसी. चंदौली जिले में एक कार्यक्रम के दौरान भाजपा विधायक साधना सिंह द्वारा बसपा अध्यक्ष मायावती पर की गई टिप्पणी की कड़ी निंदा करते हुए ऐपवा उत्तर प्रदेश की राज्य सचिव कुसुम वर्मा ने कहा कि साधना सिंह का यह बयान एक दलित महिला का अपमान तो है ही साथ ही समाज में बराबरी और सम्मान के लिए संघर्ष कर रहे ट्रांस जेंडर समुदाय का भी अपमान है।
कुसुम वर्मा ने कहा कि इससे पहले भी भाजपा के कई विधायक सार्वजिनक रूप से महिला विरोधी, दलित विरोधी बयान देते रहें है और सम्मानजनक तरीके से पार्टी में बने हुए है अब तक उन पर कोई कार्रवाई नहीं की गई हैं। इससे स्पष्ट हो जाता है कि भाजपा महिला विरोधी, संविधान विरोधी राजनैतिक पार्टी है।
ऐपवा राज्य सचिव ने कहा कि महिला सशक्तिकरण और बेटी बचाओ के खोखले वादे करने वाली मोदी सरकार की पोल जनता के सामने खुल गयी है। इसलिए 2019 के लोक सभा चुनाव का समय नजदीक आते ही अपने राजनीतिक प्रतिद्वंदियों पर भाजपा नेताओं की बौखलाहट स्पष्ट नजर आ रही है।
विधायक साधना सिंह ने जनदबाव के चलते माफी तो मांग ली है लेकिन यह काफी नहीं है। सर्वजनिक मंच से संविधान विरोधी अश्लील टिप्पणी करने वाले किसी भी नेता को जिम्मेदार पद पर रहने का कोई हक नहीं है इसलिए तत्काल साधना सिंह को विधायक पद से हटा देना चाहिए और कानून के मुताबिक उन पर कार्रवाई भी होनी चाहिए।

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