योगी सरकार में न स्वास्थ्य सुविधाएं, न रोज़गार और न ही महिलाओं को सम्मान सिर्फ मुसलमानों और आंदोलनकारियों को प्रताड़ित करना ही भाजपा का एकमात्र राजनैतिक लक्ष्य- कुसुम वर्मा

 सोनभद्र घटना पर ऐपवा का बयान

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*सोनभद्र में व्हील चेयर पर जिंदगी गुजार रहे माले नेता कमरेड कलीम को योगी की पुलिस ने किया जबरन गिरफ्तार और भेजा जेल 

*कलीम की बेटी के साथ पुलिस  ने की बदसलूकी 

*परिवार के सदस्यों पर लगाईं फर्जी आपराधिक धाराएं


उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले के राबर्ट्सगंज ब्लाक में बीते 5 जून यानी पर्यावरण दिवस वाले दिन मजदूर और किसानों के पक्ष में आवाज़ उठाने के एवज़ में व्हील चेयर पर जिंदगी गुजर बसर कर रहे का. कलीम  को अस्पताल से असंवैधानिक, अमानवीय तरीका अपनाते हुए गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। वह कल संयुक्त किसान मोर्चा के राष्ट्रीय आह्वान पर एसडीएम को ज्ञापन देने एक प्रतिनिधिमंडल में शामिल थे। लकवाग्रस्त कलीम  जब अस्पताल में अपनी फिजियोथेरेपी करवा रहे थे तब पुलिस वहां पहुंच गई, उनके साथ मारपीट की और व्हीलचेयर केसाथ उन्हें गिरफ्तार करके जेल भेज दिया। कलीम जी की बेटी (कक्षा 12 की  छात्रा) जो उस वक्त उनके साथ थी ने जब अपने पिता का बचाव किया तो गैर कानूनी ढंग से शर्मनाक ढंग से पुलिस (पुरुष) ने उसे थप्पड़ मारे, गाली गलौच की  उसके बाद  महिला पुलिस को बुलाकर पिटाई करने के निर्देश दिए। पुलिस की इन्तिहा यही खत्म नहीं होती कलीम जी समेत उनकी बेटी और पत्नी पर फर्जी ढंग से आपराधिक धाराएं लगा दी गई हैं। ग़ौरतलब है कि लंबे समय से कलीम और उनका परिवार सोनभद्र में जल जंगल जमीन के सवालों पर आंदोलनरत रहा है। 


ऐपवा राज्य सचिव कुसुम वर्मा ने राबर्ट्सगंज में पुलिस द्वारा की गई इस अमानवीय कार्रवाई की .कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता जानती है कि कोरोनामहामारी की रोकथाम के सम्बंध में योगी सरकार फेल साबित हुई है। स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव में  बेकसूर लोगों ने दम तोड़ा है। लाखों बेरोजगार युवाओं को रोज़गार देने की भी कोई योजना इनके पास नहीं है और प्रदेश में हर रोज बढ़ रहे महिला उत्पीड़न के आंकड़े बताते है कि यूपी महिलाओं के लिये सुरक्षित नही हैं।  इन सभी जन मुद्दों को भुलाकर आगामी विधानसभा चुनाव में  टारगेट कर रहे  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अब  सिर्फ़ हिन्दू मुसलमानों के बीच नफ़रत फैलाने के एजेंडे की राजनीति करके ही आगे बढ़ना चाह रहे हैं। इसी कारण से मुख्यमंत्री ने प्रदेश की पुलिस को मुस्लिम समुदाय और आंदोलनकारियों को प्रताड़ित करने और उन्हें गिरफ्तार करके जेल भेज देने का लाइसेंस दे दिया है। यही वजह है कि रोबर्ट्सगंज के माले नेता कलीम को गिरफ्तार किया गया है। ऐपवा प्रदेश सचिव कुसुम वर्मा ने आज जारी अपने प्रेस बयान में कहा कि कलीम प्रकरण में हमारी निम्नलिखित मांगे है-  यदि यथाशीघ्र  इसे संज्ञान में नहीं लिया गया तो प्रदेश स्तर और ऐपवा अपनी मांगी के साथ आन्दोलन करेगी। 

1- का. कलीम जो राबर्ट्सगंज में जल जंगल जमीन की लड़ाई के जमीनी यौद्धा है और इस समय व्हीलचेयर पर है और डॉक्टरी परामर्श के अनुसार मेडिकल ट्रीटमेंट पर है को तत्काल जेल से रिहा किया जाए। 

2-चौकी इंचार्ज का तत्काल निलम्बन किया जाए और कलीम की बेटी के साथ बदसलूकी करने वाली पुलिस के ऊपर Fir दर्ज करके कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए।

3- फर्जी ढंग से कलीम, उसकी बेटी और पत्नी पर लगाई गई आपराधिक धाराओं को तत्काल वापस लिया जाय।

4- डर और भय के माहौल में जी रहे कलीम के परिवार को सुरक्षा दी जाए।, 


कृष्णा अधिकारी                                                                            कुसुम वर्मा

प्रदेश अध्यक्ष                                                                                प्रदेश सचिव

        अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला एसोसिएशन उत्तर प्रदेश

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